जंगली ख्वाहिश : Jangli Khwahish

Ebook 48 Free Preview

100 48

Book is Available in our Monthly subscription
Wishlist
Wishlist
SKU: BMHP-180 Genres: | |

Description

बेरोजगारी और गरीबी ने डबल एम.ए. जगन को चोर बनाया। दुनिया की जहरबुझी गालियों ने उसे कातिल बनने के रास्ते पर अग्रसर कर दिया। जिसका कत्ल करने गया वह पहले ही मरा पड़ा था। उस वक्त उसे दुनिया के असली रंग नजर आए और पता चला कि ऊपर से सम्भ्रान्त दिखने वाले लोग अन्दर कैसी–कैसी जंगली ख्वाहिशें पाले हैं। ना पाले हैं बल्कि अपनी जंगली ख्वाहिशों को बेलगाम होकर पूरी भी कर रहे हैं।

 

जंगली ख्वाहिश : Jangli Khwahish

Rajan Shukla

Ravi Pocket Books

BookMadaari

 

प्रस्तुत उपन्यास के सभी पात्र एवं घटनायें काल्पनिक हैं। किसी जीवित अथवा मृत व्यक्ति से इनका कतई कोई सम्बन्ध नहीं है। समानता संयोग से हो सकती है। उपन्यास का उद्देश्य मात्र मनोरंजन है। प्रस्तुत उपन्यास में दिए गए हिंसक दृश्योंधूम्रपानमधपान अथवा किसी अन्य मादक पदार्थों के सेवन का प्रकाशक या लेखक कत्तई समर्थन नहीं करते। इस प्रकार के दृश्य पाठकों को इन कृत्यों को प्रेरित करने के लिए नहीं बल्कि कथानक को वास्तविक रूप में दर्शाने के लिए दिए गए हैं।  पाठकों से अनुरोध है की इन कृत्यों वे दुर्व्यसनों को दूर ही रखें। यह उपन्यास मात्र 18 + की आयु के लिए ही प्रकाशित किया गया है। उपन्यासब आगे पड़ने से पाठक अपनी सहमति दर्ज कर रहा है की वह 18 + है।

Free Preview

1 review for Simple Product 007

  1. admin

    Aliquam fringilla euismod risus ac bibendum. Sed sit amet sem varius ante feugiat lacinia. Nunc ipsum nulla, vulputate ut venenatis vitae, malesuada ut mi. Quisque iaculis, dui congue placerat pretium, augue erat accumsan lacus

Additional information

Book Title

जंगली ख्वाहिश : Jangli Khwahish

Isbn No

No of Pages

288

Country Of Orign

India

Year of Publication

Language

Genres

Author

Age

Publisher Name

Ravi Pocket Books

Quick Navigation